Rajasthan MLA Salary Per Month– अगर आप राजस्थान से है तो आप यह जरूर जानना चाहेंगे कि राजस्थान के विधायक की सैलरी कितनी होती है यानि राज्य सरकार के एमएलए को वेतन के रूप में हर महीने कितने रुपये दिए जाते है। हमने यहाँ इसके बारे में विस्तृत रूप से बताया है।
राजस्थान में हर 5 पाँच साल के अंतराल में विधानसभा का चुनाव होता है। विधानसभा चुनाव में राज्य की 200 सीटों से जीतने वाले हर प्रत्याशी को विधायक कहा जाता है। विधायक को MLA यानि Member of Legislative Assembly भी कहा जाता है। राज्य की विधानसभा द्वारा प्रत्येक विधायक को हर माह सैलरी दी जाती है। सैलरी के साथ-साथ विधायक को अन्य कई सुविधाएं भी दी जाती है।
राजस्थान के विधायक की सैलरी कितनी होती है

राजस्थान के विधायक को हर माह सैलरी के रूप में 40 हजार रुपये दिए जाते है। इसके साथ ही 70 हजार रुपये प्रतिमाह निर्वाचन क्षेत्र भत्ता भी प्रदान किया जाता है। इसके अलावा भी विधायकों को सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के भत्ते, यात्रा, चिकित्सा, आवास, टेलीफोन संबंधी सुविधाएं दी जाती है।
देश के हर राज्य में विधायकों का वेतन अलग-अलग होता है। विधायक के वेतन का निर्धारण उस राज्य की असेंबली द्वारा किया जाता है। इसके साथ ही विधायक को प्रतिमाह जितने भी भत्ते, और अन्य सुविधाएं होती है, वो विधानसभा में राज्य सरकार द्वारा पारित बिल में उल्लेखित नियमों के अनुसार दी जाती है।
अगर राजस्थान राज्य की बात की जाए तो यहाँ विधानमंडल द्वारा हर विधायक को प्रतिमाह 40 हजार रुपये सैलरी और 70 हजार रुपये का निर्वासन भत्ता दिया जाता है। साथ ही जिन जिन विधायकों को सरकारी आवास नहीं आवंटित हुआ है, उन विधायकों को सरकार हर माह 50 हजार रुपये आवासीय किराया देती है।
ध्यान दें कि प्रत्येक विधायक को पद पर रहने के समय जिस स्थान पर विधानसभा का सत्र अथवा उसकी किसी समिति की बैठक हो रही हो, उसमें भाग लेने की अवधि के दौरान राज्य के भीतर 2000 रुपये प्रतिदिन तथा राज्य से बाहर 2500 रुपये प्रतिदिन की दर से दैनिक भत्ता प्रदान किया जाता है। समिति की बैठकों के संबंध में विधायक को एक कैलेंडर माह में अधिकतम 15 दिन तक दैनिक भत्ता देय है, विधानसभा सत्र की बैठकों पर दिनों की संख्या पर कोई पाबन्दी नहीं है।
यह भी जानें- राजस्थान के मुख्यमंत्री की सैलरी कितनी है
इसके अलावा विधायकों को 2,500 रुपये प्रतिमाह टेलिफोन भत्ता भी प्रदान किया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि विधायकों को हर वित्तीय वर्ष में 3 लाख रुपये की सीमा तक किराया भत्ता भी दिया जाता है। यदि कोई विधायक किसी वित्तीय वर्ष में इस सीमा तक खर्च नहीं कर पाता है तो वो शेष रकम को आगामी वित्तीय वर्ष (जब तक वो विधायक के पद पर है) में भी सम्मिलित कर सकता है।
राज्य के सभी विधायकों को राजस्थान परिवहन निगम की बस सेवा में निशुल्क यात्रा का पास भी दिया जाता है जिसमें विधायक और उनके साथ एक व्यक्ति राजस्थान परिवहन निगम की किसी भी बस व रूट पर निशुल्क यात्रा कर सकते है। निजी वाहन से सफर करने पर विधायकों को 10 रुपये प्रति किमी की दर से राशि भी दी जाती है।
राज्य के सभी विधायकों को सरकार की राजस्थान सरकार स्वास्थ्य स्कीम (RGHS) के विभिन्न प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं फ्री में उपलब्ध कराई जाती है। इसके साथ ही सभी विधायक राज्य के किसी भी जिले के राज्य सरकार द्वारा संचालित सर्किट हाउस में निशुल्क ठहर सकते है। विधायको को नई दिल्ली स्थित राजस्थान हाउस में भी निशुल्क ठहरने की सुविधा मिलती है। यह सुविधा विधायकों को एक समय में लगातार 8 दिन, महीने में अधिकतम 16 दिन और पूरे वर्ष में अधिकतम 80 दिन तक के लिए उपलब्ध होती है।
राजस्थान में विधायक का हर महीने का वेतन एक लाख दस हजार रुपये है जिसमें 40 रुपये सैलरी और 70 हजार रुपये निर्वासन भत्ता है।
राजस्थान में विधायकों को हर माह वेतन के अलावा विभिन्न प्रकार के भत्ते, यात्रा, चिकित्सा, आवास, टेलीफोन सहित कई सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध करवाई जाती है।